Physics Wallah कंपनी बड़े खतरे में! बाज़ार में हड़कंप, 5 दिनों में 10,000 करोड़ की मार्केट कैप साफ
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PhysicsWallah शेयर लिस्टिंग के बाद 21.5% टूटे, पाँच दिनों में 10,000 करोड़ से अधिक मार्केट कैप गायब। शुरुआती प्रीमियम के बाद कमज़ोर आय, अस्थिर लाभप्रदता और कम सब्सक्रिप्शन ने बढ़ाई वोलैटिलिटी
मुंबई / फिजिक्सवाला (PhysicsWallah) के शेयरों में लिस्टिंग के कुछ ही दिनों के भीतर भारी उतार–चढ़ाव देखने को मिल रहा है। शुरुआती ट्रेडिंग में उम्मीदों से बेहतर प्रदर्शन करते हुए कंपनी के शेयरों ने इश्यू प्राइस से 31% प्रीमियम पर लिस्ट होकर ₹143.10 का स्तर छू लिया था और बाद में यह बढ़कर ₹162.05 के उच्चतम स्तर तक पहुंच गया।
हालांकि, 24 नवंबर तक शेयरों की स्थिति पूरी तरह उलट गई। कंपनी का स्टॉक अपने पीक से 21.5% गिर चुका है। यह लगातार चौथे दिन गिरावट दर्ज कर रहा है और सोमवार को शेयर 6% टूटकर दिन का निचला स्तर ₹127 तक आ गया। इसके साथ ही कंपनी की मार्केट कैप में मात्र पाँच दिनों में ₹10,000 करोड़ से अधिक की कटौती हो गई है।
इसके बावजूद, महत्वपूर्ण बात यह है कि शेयर अब भी अपने आईपीओ प्राइस ₹109 से ऊपर ट्रेड कर रहा है और आईपीओ निवेशकों को अब भी लगभग 16.5% का रिटर्न बना हुआ है।
📉 गिरावट की वजह क्या है?
INVAsset PMS के बिज़नेस हेड हर्षल दासानी के अनुसार, कंपनी तेजी से अपने ऑफलाइन सेंटर बढ़ा रही है, हाइब्रिड मॉडल विस्तार कर रही है और टेक प्लेटफॉर्म को मजबूत कर रही है। लेकिन कंपनी की लाभप्रदता अभी स्थिर नहीं है, और तिमाही आय में बड़ा उतार–चढ़ाव देखा जा रहा है। यही कारण शेयर में असामान्य वोलैटिलिटी का है।
इसके अलावा, PhysicsWallah का आईपीओ केवल 1.8 गुना सब्सक्राइब हुआ था, जो संकेत देता है कि इसकी प्राइसिंग में शुरुआत से ही ग़लती की गुंजाइश कम थी और लिस्टिंग डे की ताकत खत्म होते ही स्टॉक दबाव में आ गया।
📊 अब निवेशकों को क्या करना चाहिए?
विश्लेषकों के मुताबिक यह गिरावट फिलहाल किसी बड़े संकट का संकेत नहीं देती, बल्कि शुरुआती जोश के बाद स्वाभाविक ठंडक जैसी है। मौजूदा निवेशकों के लिए यह स्थिति घबराने वाली नहीं है, बल्कि कंपनी के असली प्रदर्शन को देखने का समय है।
नए निवेशकों के लिए विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि सावधानीपूर्वक या चरणबद्ध निवेश करें, क्योंकि स्टॉक अब भी अपने आईपीओ प्राइस से काफी ऊपर है और इसमें नई–लिस्टेड कंज्यूमर–टेक कंपनियों वाला प्राकृतिक जोखिम मौजूद है।
आने वाले महीनों में लॉक-इन समाप्ति, संस्थागत निवेशकों का रुख, और कंपनी की वास्तविक कमाई स्टॉक की दिशा तय करेंगे। यदि कंपनी आने वाली तिमाहियों में स्थिर लाभ दिखाती है, तो यह गिरावट भविष्य के लिए मजबूत आधार बन सकती है।