India Grants Visa Relief to Pakistani Hindu Migrants and LTV Holders Amid Diplomatic Strain
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भारत सरकार ने पाकिस्तान से आए हिंदू अल्पसंख्यकों और भारतीय पुरुषों से विवाहित पाकिस्तानी महिलाओं को LTV (दीर्घकालिक वीज़ा) में विशेष राहत दी है।
जोधपुर FRRO ने विशेष अभियान के तहत 3 दिनों में 362 पाकिस्तानी नागरिकों के LTV को मंजूरी दी है और लंबित आवेदनों को भी छूट में शामिल किया गया है।
जिनका पासपोर्ट या वीज़ा समाप्त हो गया है, उन्हें डिपोर्ट नहीं किया जाएगा और तुरंत दस्तावेज़ अपडेट कराने के लिए FRRO से संपर्क करने को कहा गया है।
भारत सरकार ने हाल ही में पाकिस्तानी नागरिकों, विशेषकर जो लंबे समय से भारत में रह रहे हैं और निर्वासन का सामना कर रहे हैं, को बड़ी राहत दी है। गृह मंत्रालय ने दीर्घकालिक वीजा (LTV) से संबंधित छूटों के दायरे को बढ़ाया है। अब उन पाकिस्तानी नागरिकों को भी राहत मिलेगी जिनके LTV आवेदन लंबित हैं या जो इसके लिए पात्र हैं। यह कदम ऐसे समय में आया है जब हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कूटनीतिक कदम उठाए हैं।
जोधपुर के विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (FRRO) ने इस संबंध में विशेष अभियान चलाया है। प्रेस बयान के अनुसार, पिछले तीन दिनों में 362 पाकिस्तानी नागरिकों के LTV को मंजूरी दी गई है। FRRO ने साफ किया कि जो पाकिस्तानी नागरिक LTV पर भारत में रह रहे हैं और जिनके दस्तावेजों की वैधता समाप्त हो गई है, उन्हें तुरंत अपने दस्तावेज़ रिन्यू करवाने के लिए कार्यालय से संपर्क करना चाहिए।
एक अन्य अहम छूट उन पाकिस्तानी महिलाओं को दी गई है जिनकी शादी भारतीय पुरुषों से हुई है और जो LTV पर रह रही हैं। इन्हें अब डिपोर्टेशन की सूची से बाहर रखा गया है। साथ ही, जिन पाकिस्तानी नागरिकों का पासपोर्ट समाप्त हो चुका है, उन्हें भी FRRO से संपर्क कर गृह और विदेश मंत्रालय के निर्देशों की प्रतीक्षा करने को कहा गया है।
इसके अतिरिक्त, जो लोग LTV के लिए पात्र हैं पर अब तक आवेदन नहीं कर पाए हैं, उनसे भी अपील की गई है कि वे सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ कार्यालय से संपर्क करें। जिनके नागरिकता आवेदन मंजूर हो चुके हैं, उनसे निवेदन किया गया है कि वे अपने नागरिकता प्रमाण पत्र कार्यालय में जमा कराएं ताकि रिकॉर्ड अपडेट किए जा सकें।
गौरतलब है कि विदेश मंत्रालय ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि पाकिस्तानी हिंदुओं को जारी किए गए LTV वैध बने रहेंगे, जबकि अन्य पाकिस्तानी नागरिकों को दिए गए सभी वीज़ा 29 अप्रैल तक रद्द कर दिए गए हैं। मेडिकल वीज़ा पर आए नागरिकों को देश छोड़ने का निर्देश दिया गया है।
इस पूरे घटनाक्रम से यह स्पष्ट है कि भारत सरकार मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए पाकिस्तानी हिंदू अल्पसंख्यकों और ऐसे लोगों को राहत देना चाहती है जो यहां स्थायी रूप से बसने के इच्छुक हैं। FRRO जोधपुर द्वारा चलाए जा रहे विशेष अभियान से इन नागरिकों को आवश्यक सहायता मिल रही है और उनके आवेदन तेजी से निपटाए जा रहे हैं। यह कदम प्रशासनिक संवेदनशीलता और मानवीय दृष्टिकोण का प्रतीक है।