पंजाब में किसानों का ‘रेल रोको’ आंदोलन: बिजली संशोधन विधेयक पर सरकार के खिलाफ जबरदस्त विरोध

Tue 02-Dec-2025,04:39 PM IST +05:30

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पंजाब में किसानों का ‘रेल रोको’ आंदोलन: बिजली संशोधन विधेयक पर सरकार के खिलाफ जबरदस्त विरोध Punjab Rail Roko Protest
  • 5 दिसंबर को दो घंटे का राज्यव्यापी ‘रेल रोको’.

  • बिजली संशोधन विधेयक 2025 के खिलाफ विरोध.

  • पंजाब के 19 रेलवे स्थानों पर प्रदर्शन घोषित.

Punjab / Amritsar :

Punjab / ​पंजाब के किसान संगठन किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा ने 5 दिसंबर 2025 को दो घंटे के राज्यव्यापी ‘रेल रोको’ आंदोलन की घोषणा की है। यह विरोध प्रस्तावित बिजली संशोधन विधेयक 2025 और किसानों से जुड़े अन्य मुद्दों के खिलाफ किया जाएगा। मोर्चा नेता सरवन सिंह पंधेर ने बताया कि यह आंदोलन दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक चलेगा, जिसमें किसान शांतिपूर्वक रेलवे ट्रैकों पर बैठकर अपनी आवाज उठाएंगे।

किसानों की मुख्य आपत्तियाँ और मांगें
किसान नेताओं का कहना है कि बिजली संशोधन विधेयक का मौजूदा स्वरूप ग्रामीण उपभोक्ताओं और किसानों के लिए नुकसानदायक है। उनके अनुसार, यह प्रस्ताव बिजली के निजीकरण, ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली दरों में बढ़ोतरी और प्रीपेड व स्मार्ट मीटरों को लागू करने जैसे प्रावधान लाता है।

किसान पुरानी मीटर व्यवस्था की बहाली, प्रीपेड/स्मार्ट मीटरों की वापसी, बिजली बिल वृद्धि की योजनाओं को रद्द करने और बिजली वितरण के निजीकरण को रोकने की मांग कर रहे हैं।

इसके अलावा, किसानों का आरोप है कि सरकार सार्वजनिक संपत्तियों और सरकारी जमीनों को बेचने की तैयारी कर रही है, जिससे ग्रामीण जीवन, खेती और सरकारी सुविधाओं पर खतरा मंडरा रहा है।

आंदोलन का उद्देश्य
पंधेर ने स्पष्ट किया कि यह ‘रेल रोको’ एक प्रतीकात्मक और शांतिपूर्ण विरोध है, जिसका मकसद केंद्र व राज्य सरकार का ध्यान किसानों की लंबित मांगों की ओर आकर्षित करना है। उन्होंने चेतावनी भी दी कि यदि मांगे नहीं मानी गईं तो आंदोलन को और बड़े स्तर पर ले जाया जाएगा।

  1. राज्यभर में 19 स्थानों पर होगा प्रदर्शन — यहां देखें पूरा सूची
  2. अमृतसर – देविदासपुरा, मजीठा (दिल्ली–अमृतसर लाइन)
  3. गुरदासपुर – बटाला, गुरदासपुर, डेरा बाबा नानक
  4. पठानकोट – परमानंद फाटक
  5. तरनतारन – तरनतारन रेलवे स्टेशन
  6. फिरोजपुर – बस्ती टैंकां वाली, मल्लांवाला, तलवंडी भाई
  7. कपूरथला – डडविंडी (सुल्तानपुर लोधी)
  8. जालंधर – जालंधर कैंट
  9. होशियारपुर – टांडा, पुराना भंगाला
  10. पटियाला – शंभु, बाड़ा (नाभा)
  11. संगरूर – सुनाम–शहीद उधम सिंह वाला
  12. फाजिल्का – फाजिल्का स्टेशन
  13. मोगा – मोगा स्टेशन
  14. बठिंडा – रामपुरा स्टेशन
  15. मुक्तसर – मलौट, मुक्तसर
  16. मालेरकोटला – अहमदगढ़
  17. मानसा – मानसा स्टेशन
  18. लुधियाना – सहनेवाल स्टेशन
  19. फरीदकोट – फरीदकोट स्टेशन
  20. रोपड़ – रोपड़ स्टेशन

यह विरोध पंजाब में किसानों की एकजुटता और उनकी चिंताओं की गंभीरता को मजबूती से दर्शाता है।