प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6 अगस्त को करेंगे 'कर्तव्य भवन' का उद्घाटन

Mon 04-Aug-2025,06:26 PM IST +05:30

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6 अगस्त को करेंगे 'कर्तव्य भवन' का उद्घाटन केंद्रीय विस्टा के तहत बना पहला साझा सचिवालय भवन, सुशासन और सतत विकास का प्रतीक
  • ऊर्जा दक्ष, पर्यावरण-अनुकूल और तकनीकी रूप से सुसज्जित भवन

  • केंद्रीय मंत्रालयों के लिए साझा और आधुनिक कार्यालय परिसर

  • प्रधानमंत्री मोदी करेंगे कर्तव्य भवन - 03 का उद्घाटन

Delhi / Delhi :

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी 6 अगस्त को दोपहर 12:15 बजे दिल्ली के 'कर्तव्य पथ' पर स्थित 'कर्तव्य भवन - 03' का उद्घाटन करेंगे। इसके पश्चात, प्रधानमंत्री शाम 6:30 बजे 'कर्तव्य पथ' पर एक जनसभा को संबोधित करेंगे।

यह अवसर सरकार की उस प्रतिबद्धता को दर्शाता है जो आधुनिक, प्रभावी और नागरिक-केंद्रित शासन व्यवस्था की दिशा में प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण के अनुरूप है। 'कर्तव्य भवन - 03' केंद्रीय विस्टा परियोजना के अंतर्गत विकसित किए जा रहे साझा केंद्रीय सचिवालय के तहत निर्मित प्रथम भवन है, जिसका उद्देश्य प्रशासनिक कार्यप्रणाली को अधिक सुव्यवस्थित बनाना और सुशासन को सुदृढ़ करना है।

वर्तमान में कई मंत्रालय पुराने भवनों—जैसे कि शास्त्री भवन, कृषि भवन, उद्योग भवन और निर्माण भवन—में कार्य कर रहे हैं, जो 1950 से 1970 के दशक में बनाए गए थे और अब संरचनात्मक रूप से जर्जर हो चुके हैं। नए भवन इन मंत्रालयों को एक स्थान पर लाकर आपसी समन्वय को बेहतर बनाएंगे, नीति निर्माण और क्रियान्वयन में गति लाएंगे, और सेवाओं की गुणवत्ता को बेहतर बनाएंगे।

कर्तव्य भवन - 03 की प्रमुख विशेषताएं:

  • आधुनिक एवं सुरक्षित कार्यस्थल: यह अत्याधुनिक कार्यालय परिसर लगभग 1.5 लाख वर्ग मीटर में फैला हुआ है, जिसमें दो बेसमेंट और सात मंज़िलें (भूतल + 6) हैं।

  • सम्मिलित मंत्रालय: इसमें गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, ग्रामीण विकास मंत्रालय, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (DoPT), पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय, और प्रधानमंत्री के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार (PSA) के कार्यालय होंगे।

  • तकनीकी और सुरक्षा व्यवस्था: आईडी कार्ड आधारित प्रवेश नियंत्रण, एकीकृत इलेक्ट्रॉनिक निगरानी, और केंद्रीकृत कमांड सिस्टम से युक्त सुरक्षित कार्य क्षेत्र।

  • हरित भवन: यह भवन ‘GRIHA-4’ रेटिंग प्राप्त करने की दिशा में है। डबल-ग्लेज़्ड खिड़कियाँ, सौर ऊर्जा संयंत्र, उन्नत HVAC प्रणाली, वर्षा जल संचयन, और ऊर्जा दक्ष एलईडी लाइटिंग जैसी सुविधाएं शामिल हैं।

  • ऊर्जा दक्षता: 30% तक ऊर्जा की बचत, स्मार्ट लिफ्ट, सौर पैनल से प्रतिवर्ष 5.34 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन, और सौर जल तापक से दैनिक गर्म पानी की 25% से अधिक जरूरत की पूर्ति।

  • पर्यावरण-अनुकूल निर्माण: निर्माण और ध्वस्तीकरण कचरे का पुनः उपयोग, हल्की ड्राई पार्टिशन तकनीक से मिट्टी की बचत, और भवन में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली।

  • जल संरक्षण: अपशिष्ट जल का उपचार कर भवन की जल आवश्यकताओं की पूर्ति। यह एक ‘शून्य-निर्गमन’ (Zero Discharge) परिसर है।

कर्तव्य भवन न केवल सरकारी कार्यों की गति और गुणवत्ता को बढ़ाएगा, बल्कि पर्यावरणीय संतुलन और संसाधनों की बचत में भी महत्त्वपूर्ण योगदान देगा। यह आधुनिक भारत के सुशासन और स्थायी विकास का प्रतीक बनेगा।