अमित शाह : किताबें केवल ज्ञान का ही नहीं, बल्कि व्यक्तित्व निर्माण का भी महत्त्वपूर्ण माध्यम
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अहमदाबाद अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेले में बच्चों को पुस्तकें वितरित कर पठन-पाठन और ज्ञान संस्कृति को बढ़ावा देने का संदेश दिया गया। मेले में साहित्यिक कार्यक्रम, लोकगीत, काव्य पाठ और स्टार्ट-अप फोरम ने युवाओं में कौशल विकास की नई संभावनाएँ खोलीं।
AMC और NBT द्वारा आयोजित यह मेला समाज में बौद्धिक जागरूकता बढ़ाने और पुस्तक संस्कृति को मजबूत बनाने का लक्ष्य रखता है।
अहमदाबाद/ अहमदाबाद में आयोजित ‘अहमदाबाद अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेला’ आज साहित्य, ज्ञान और नवाचार का एक संगम बनकर सामने आया। अहमदाबाद नगर निगम (AMC) और नेशनल बुक ट्रस्ट (NBT) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस मेले ने बच्चों, युवाओं और पुस्तक प्रेमियों को एक ही मंच पर जोड़ने का कार्य किया। मेले के उद्घाटन अवसर पर बच्चों को पुस्तकें वितरित की गईं, जिससे न केवल पढ़ने की आदत को बढ़ावा मिलता है, बल्कि समाज के भविष्य यानी बच्चों में बौद्धिक विकास के नए आयाम भी खुलते हैं।
पुस्तक मेला इस वर्ष विशेष कार्यक्रमों के कारण चर्चा में है। इसमें साहित्यिक गोष्ठियाँ, लोकगीत, मंचीय काव्य-पाठ, क्षेत्रीय लेखक परिचर्चाएँ तथा स्टार्ट-अप फोरम शामिल हैं। साहित्यिक गतिविधियाँ युवाओं में भाषा, संस्कृति और अभिव्यक्ति के प्रति जागरूकता बढ़ाती हैं, वहीं स्टार्ट-अप फोरम उद्यमिता और नवाचार को प्रोत्साहित कर भविष्य की संभावनाओं का विस्तार करता है।
मेले में विभिन्न प्रकाशकों और शैक्षिक संस्थानों के स्टॉल लगाए गए हैं, जिनमें बच्चों की किताबें, विज्ञान, तकनीक, साहित्य, प्रतियोगी परीक्षाओं की सामग्री और क्षेत्रीय भाषाओं का समृद्ध संग्रह उपलब्ध है। यह मेला न केवल ज्ञान का स्रोत है, बल्कि युवाओं में कौशल विकास, विचार निर्माण और रचनात्मकता को भी प्रेरित करता है। आयोजकों का कहना है कि ऐसे आयोजन समाज में पढ़ने की संस्कृति को मजबूत करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
अहमदाबाद का यह अंतरराष्ट्रीय पुस्तक मेला आने वाले दिनों में शहर और राज्य के साहित्यिक परिदृश्य को और समृद्ध बनाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है।