लाल किले ब्लास्ट पर हाई-लेवल मीटिंग: अमित शाह की समीक्षा, NIA-IB की संयुक्त जांच तेज
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Delhi Red Fort blast update
लाल किले के पास i20 कार ब्लास्ट में 8 लोगों की मौत, कई घायल.
अमित शाह ने हाई-लेवल सिक्योरिटी मीटिंग बुलाकर संयुक्त जांच के निर्देश दिए.
कार का पुलवामा कनेक्शन और संदिग्ध का सीसीटीवी फुटेज जांच का अहम हिस्सा.
Delhi / दिल्ली के लाल किले के पास सोमवार शाम हुए हुंडई i20 कार ब्लास्ट ने देश की राजधानी को दहशत की लहरों से भर दिया। शाम लगभग 7 बजे हुए इस धमाके में कम से कम 8 लोग मारे गए और कई गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा इतना भयावह था कि घटना स्थल से उठने वाला धुआँ और आग की लपटें दूर-दूर तक दिखाई दे रही थीं। कुछ ही मिनटों में इलाके में चीख-पुकार और अफरा-तफरी मच गई। इस पूरी घटना ने देश की सुरक्षा व्यवस्था और खुफिया तंत्र पर कई गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
धमाके के तुरंत बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने स्थिति का जायजा लेते हुए मंगलवार सुबह अपने दिल्ली स्थित आवास पर एक हाई-लेवल सिक्योरिटी रिव्यू मीटिंग बुलाई। मीटिंग में गृह सचिव गोविंद मोहन, आईबी चीफ तपन डेका, NIA प्रमुख सदानंद वसंत डेट, दिल्ली पुलिस कमिश्नर सतीश गोलचा और जम्मू-कश्मीर के डीजीपी नलिन प्रभात (वर्चुअली) शामिल हुए। यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब राजधानी दिल्ली में सुरक्षा एजेंसियों पर भारी दबाव है और जांच तेजी से आगे बढ़ रही है।
जांच का फोकस: कार का पुलवामा से कनेक्शन
दिल्ली पुलिस और अन्य एजेंसियों की शुरुआती जांच में यह चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है कि जिस i20 कार में धमाका हुआ, उसके तार जम्मू-कश्मीर के पुलवामा से जुड़े हो सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, यह कार पुलवामा के एक व्यक्ति ने खरीदी थी और बाद में कई लोगों के हाथों से होती हुई संदिग्ध आतंकी उमर तक पहुंची। कार की खरीद-बिक्री की यह जटिल चेन जांच एजेंसियों के रडार पर है और इसे आतंकियों की ओर से बनाई गई एक सोच-समझी रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।
सीसीटीवी फुटेज में यह सफेद i20 कार दिल्ली के लाल किले के पास पार्किंग एरिया में भीतर जाती और फिर बाहर निकलती साफ दिखाई दे रही है। फुटेज में ड्राइवर ने अपने चेहरे को काले मास्क से ढका हुआ है, जो संदेह को और गहरा करता है। कार में एक ही व्यक्ति बैठा दिखाई दे रहा है।
रातभर चला सर्च ऑपरेशन, चार लोग हिरासत में
धमाके के बाद दिल्ली पुलिस और स्पेशल सेल की टीमों ने पहाड़गंज, दरियागंज और आसपास के इलाकों के होटलों में बड़े पैमाने पर छापेमारी की। सभी होटल रजिस्टरों की बारीकी से जांच की गई और संदिग्ध व्यक्तियों पर निगरानी बढ़ाई गई। इस अभियान में चार लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है, हालांकि पुलिस ने फिलहाल इनके बारे में आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की है।
दूसरी ओर, सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है जिसमें इस धमाके में लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का हाथ होने का दावा किया जा रहा है। दिल्ली पुलिस इस पोस्ट की भी जांच कर रही है और इसे भड़काऊ सामग्री फैलाने की कोशिश के रूप में भी देखा जा रहा है।
कई एजेंसियों की संयुक्त जांच
धमाके के तुरंत बाद गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर और आईबी डायरेक्टर से बात कर NIA, NSG, FSL और दिल्ली पुलिस को मिलकर एक संयुक्त जांच करने के निर्देश दिए। यह मल्टी-एजेंसी जांच टीम अब धमाके की प्रकृति, इस्तेमाल हुए विस्फोटक, कार की आवाजाही, संदिग्धों की पहचान और आतंकी संगठनों से संभावित कनेक्शन के सभी पहलुओं की पड़ताल कर रही है।
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में UAPA, विस्फोटक अधिनियम, और BNS की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। इसका सीधा संकेत है कि एजेंसियां इस घटना को सामान्य क्रिमिनल एक्ट नहीं, बल्कि संदिग्ध आतंकी हमला मानकर जांच आगे बढ़ा रही हैं।
पीएम मोदी का बयान: “साजिशकर्ताओं को बख्शा नहीं जाएगा”
प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी, जो इस समय भूटान दौरे पर हैं, ने अपने संबोधन में इस घटना पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा—
“आज मैं यहां भारी मन से आया हूं। दिल्ली में हुए भयावह धमाके ने सभी को विचलित कर दिया है। पीड़ित परिवारों के साथ पूरा देश खड़ा है।”
उन्होंने आगे कहा—
“मैं कल रातभर जांच एजेंसियों के संपर्क में था। सभी जानकारी के तार जोड़े जा रहे हैं। हमारी एजेंसियां इस साजिश की तह तक जाएंगी और जिम्मेदार लोगों को किसी भी हालत में छोड़ा नहीं जाएगा।
ALL THOSE RESPONSIBLE WILL BE BROUGHT TO JUSTICE.”
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का बयान
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस दुखद घटना को लेकर गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा—
“इस त्रासदी में मारे गए लोगों के प्रति मैं अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं। सुरक्षा एजेंसियां त्वरित और गहन जांच कर रही हैं। दोषियों को कठोरतम सजा दी जाएगी।”
राजनाथ सिंह का यह बयान साफ दर्शाता है कि केंद्र सरकार इस घटना को राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े गंभीर खतरे के रूप में देख रही है।
धमाका कैसे हुआ?—शुरुआती जांच के संकेत
इंडिया टुडे के टॉप इंटेलिजेंस सूत्रों के अनुसार, यह धमाका हुंडई i20 कार में रखे गए उच्च-शक्ति वाले विस्फोटकों से हुआ। कार को जानबूझकर लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 के पास उड़ा दिया गया। यह जगह न सिर्फ भीड़भाड़ वाला इलाका है, बल्कि यह सुरक्षा दृष्टि से भी बेहद संवेदनशील ज़ोन है, क्योंकि लाल किला हर मौके पर एक हाइ-प्रोफाइल लोकेशन माना जाता है।
इसी कारण इस धमाके ने एजेंसियों को चिंता में डाल दिया है कि क्या यह धमाका किसी बड़ी योजना का हिस्सा था? क्या आतंकी संगठन दिल्ली में एक बड़ा हमला करने की तैयारी में थे? यह सभी पहलू जांच में शामिल किए जा रहे हैं।
धमाका होने से कुछ ही मिनट पहले का CCTV फुटेज
जांच में शामिल कैमरा फुटेज में एक सफेद i20 कार को भीड़भाड़ वाले ट्रैफिक से निकलते हुए देखा गया है। ड्राइवर ने काला मास्क पहना हुआ था, जिससे उसकी पहचान छिपाई गई। यह व्यक्ति मोहम्मद उमर बताया जा रहा है, जो इस पूरे मामले का मुख्य संदिग्ध माना जा रहा है। एजेंसियां तकनीकी और मानवीय खुफिया का इस्तेमाल करके उसकी पहचान और लोकेशन की तलाश कर रही हैं।
नतीजा
लाल किले के पास हुआ यह धमाका न केवल एक आपराधिक घटना है, बल्कि देश की सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ा अलार्म है। तमाम एजेंसियां अभी पूरी ताकत से जांच में जुटी हैं और सरकार ने साफ कर दिया है कि इस घटना की साजिश रचने वालों को किसी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा।
राजधानी दिल्ली में लोगों के मन में एक बार फिर भय का माहौल है, लेकिन जांच की तेज रफ्तार और सरकारी एजेंसियों की सक्रियता से उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही पूरी सच्चाई सामने आएगी।