राष्ट्रपति भवन में पारंपरिक कला उत्सव 2025 : गोंड व मधुबनी कलाकारों की प्रस्तुति
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राष्ट्रपति भवन में पारंपरिक कला को समर्पित ‘आर्टिस्ट इन रेसिडेंस’ कार्यक्रम आयोजित।
मधुबनी और गोंड चित्रकला के 18 प्रमुख कलाकारों ने हिस्सा लिया।
राष्ट्रपति मुर्मु ने पेंटिंग्स की सराहना करते हुए कलाकारों को शुभकामनाएं दीं।
Delhi / राष्ट्रपति भवन में कलाकारों के निवास कार्यक्रम के अंतर्गत कलाकारों के एक समूह ने आज (26 मई, 2025) राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की। आर्टिस्ट इन रेसिडेंस कार्यक्रम - कला उत्सव में भारत के पारंपरिक कला प्रारूपों को उनके मूल स्वरूप में प्रदर्शित किया जाता है। राष्ट्रपति भवन में यह कला उत्सव भारत के उन लोक, आदिवासी और पारंपरिक कलाकारों को एक मंच प्रदान करता है, जिन्होंने पीढ़ियों से कला के विभिन्न प्रारूपों को सहेज रखा है। आर्टिस्ट-इन-रेसिडेंस कार्यक्रम के अंतर्गत मध्य प्रदेश की गोंड चित्रकला और बिहार की मधुबनी चित्रकला के कलाकार 20 से 27 मई 2025 तक राष्ट्रपति भवन में रह रहे हैं।
इनमें मधुबनी चित्रकला की कलाकार शांति देवी, अंबिका देवी, मनीषा झा, प्रीति कर्ण, रंजन पासवान, शांति देवी, उर्मिला देवी, श्रवण पासवान, कुमारी नलिनी शाह और मोती कर्ण तथा गोंड कलाकार दुर्गाबाई व्याम, सुभाष व्याम, ननकुसिया श्याम, राम सिंह उर्वेती, दिलीप श्याम, चंपाकली, हीरामन उर्वेती और जापानी श्याम धुर्वे शामिल हैं। राष्ट्रपति ने कलाकारों द्वारा राष्ट्रपति भवन में प्रवास के दौरान बनाई गई पेंटिंग्स का अवलोकन किया और भारत के महत्वपूर्ण पारंपरिक कला प्रारूपों के रचनात्मक चित्रकारी की सराहना की। उन्होंने भविष्य के कलात्मक प्रयासों की उनकी सफलता की कामना की।