मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में बुधवार की सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने पूरे क्षेत्र को गमगीन कर दिया। सीमेंट से लदा एक तेज रफ्तार ट्रक अस्थायी सड़क से गुजरते वक्त संतुलन खो बैठा और निर्माणाधीन रेलवे ओवरब्रिज के पास एक वैन पर पलट गया। इस हृदयविदारक दुर्घटना में वैन सवार एक ही परिवार के नौ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जिनमें पाँच नाबालिग भी शामिल हैं, जबकि दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के शिकार लोग एक विवाह समारोह से लौट रहे थे और मेघनगर तहसील के अपने गांव शिवगढ़ महुदा जा रहे थे।
घटना झाबुआ जिले की मेघनगर तहसील के अंतर्गत संजेली रेलवे क्रॉसिंग के पास हुई, जहाँ एक अधूरा रेलवे ओवरब्रिज बना हुआ है। स्थानीय पुलिस अधीक्षक पद्मविलोचन शुक्ला के अनुसार ट्रक निर्माणाधीन ओवरब्रिज पार कर रहा था, तभी वह अनियंत्रित होकर बगल से जा रही वैन पर जा गिरा। हादसे के बाद तत्काल बचाव कार्य शुरू किया गया और शवों को बुलडोजर की मदद से ट्रक के नीचे से निकाला गया। घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए थांदला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इस दर्दनाक हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये तथा घायलों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए शोक संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
इस घटना ने राजनीतिक प्रतिक्रिया भी उत्पन्न की है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि यह हादसा प्रशासनिक लापरवाही का परिणाम है। उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब इस मार्ग पर इस तरह की दुर्घटनाएं हुई हैं, इससे पहले भी कई जानें जा चुकी हैं। उन्होंने निर्माण कंपनी पर कठोर कार्रवाई और पीड़ितों को उचित मुआवजा देने की मांग की।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि दृश्य इतना भयावह था कि देखने वालों की आंखें भर आईं। इस एक ही परिवार की सामूहिक मृत्यु ने पूरे जिले को शोक में डुबो दिया है और यह हादसा प्रशासनिक प्रणाली की कमजोरियों को उजागर करता है।