मथुरा। ठा. श्री बांकेबिहारी मंदिर में दर्शनार्थियों की सुरक्षा और व्यवस्था को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित हाई पावर्ड मैनेजमेंट कमेटी ने सख्त कदम उठाए हैं। शुक्रवार को कमेटी के चेयरमैन सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति अशोक कुमार एवं सदस्य न्यायमूर्ति (से.नि.) मुकेश कुमार मिश्रा ने मंदिर का दोबारा निरीक्षण किया और कई अहम फैसले लिए।
22 नवंबर से जगमोहन में ऊपर चढ़कर दर्शन पूरी तरह प्रतिबंधित
निरीक्षण के दौरान पाया गया कि गोस्वामी समाज और सेवादारों द्वारा पहले दिए गए निर्देशों का पूरी तरह से पालन नहीं किया जा रहा। भक्त जगमोहन की दोनों तरफ की सीढ़ियों पर चढ़कर बैरिकेडिंग पर लटक रहे हैं, छोटे बच्चों को लटकाकर दर्शन करा रहे हैं, जिससे कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
साथ ही पुरुषों और महिलाओं के लिए अलग-अलग दर्शन पंक्तियों के आदेश का भी खुला उल्लंघन हो रहा था। गोस्वामी बंधु और उनके सहायक बार-बार महिलाओं व बच्चों को पुरुषों वाले हिस्से में घुसा रहे थे और जगमोहन के बगल के कमरे में देहरी पूजन करा रहे थे, जिससे भीड़ अनियंत्रित हो रही थी।
कमेटी ने मंदिर प्रशासन को दिए यह निर्देश
- 22 नवंबर 2025 से जगमोहन के ऊपरी हिस्से (बायीं और दायीं दोनों तरफ) में किसी भी भक्त, चाहे पुरुष, महिला, बच्चा या बच्ची का प्रवेश पूरी तरह निषिद्ध रहेगा।
- शुक्रवार 21 नवंबर की शयन आरती के बाद ही यह व्यवस्था लागू कर दी जाएगी।
- जगमोहन से चंदन कोठरी जाने वाला दरवाजा हमेशा के लिए बंद किया जाए।
- तोषखाना का पुराना जंग लगा दरवाजा एक सप्ताह में बाहर की तरफ मजबूत स्टील का नया दरवाजा लगवाया जाए। पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराई जाए।
गणेशजी मंदिर पर लगे ताले तुरंत हटाने के आदेश
कमेटी की 20 नवंबर को हुई बैठक में भी कई मुद्दों पर चर्चा हुई थी। एक गंभीर शिकायत गेट नंबर-5 पर स्थित भगवान गणेशजी के मंदिर को ताला लगाए जाने की थी। शुक्रवार को कमेटी ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया तो पाया कि स्टील गेट पर दो ताले लगे हुए हैं। ये ताले प्रबंधक ने कमेटी के नामित सदस्य श्री दिनेश गोस्वामी के मौखिक निर्देश पर लगवाए थे। इससे भगवान गणेशजी की पूजा-आरती बंद हो गई थी, भोग-प्रसाद नहीं लग रहा था और भक्तों को भी परेशानी हो रही थी। कमेटी ने तुरंत आदेश दिया कि गणेशजी मंदिर के सभी ताले तत्काल प्रभाव से हटाए जाएं। दानपात्र को भगवान के सामने सुव्यवस्थित जगह पर रखा जाए और उस पर देवनागरी में स्पष्ट लिखा हो। पूजा के समय एक से अधिक सेवादार भगवान के निकट नहीं रहेंगे।
सेवादारों के रवैये पर कमेटी ने जताया खेद
कमेटी ने कहा कि, 'खेद का विषय है कि गोस्वामी बंधुओं और सेवादारों ने पहले दिए गए निर्देशों का सकारात्मक सहयोग तो दूर, उल्लंघन ही किया। अब और समझौता नहीं होगा।' बांकेबिहारी मंदिर में अब नए सख्त नियम लागू हो गए हैं। शनिवार से भक्तों को नई व्यवस्था के अनुसार ही दर्शन करने होंगे। कमेटी ने चेतावनी दी है कि नियम तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।