प्रधानमंत्री ने जारी की पीएम-किसान की 20वीं किस्त; मुंबई में ICAR-CIFE कार्यक्रम आयोजित

Sat 02-Aug-2025,06:53 PM IST +05:30

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प्रधानमंत्री ने जारी की पीएम-किसान की 20वीं किस्त; मुंबई में ICAR-CIFE कार्यक्रम आयोजित ₹21,000 करोड़ की राशि 10 करोड़ किसानों को हस्तांतरित; मछुआरों के लिए स्वच्छता किट वितरण और वैज्ञानिक प्रकाशनों का विमोचन
  • ICAR-CIFE में मछुआरों हेतु स्वच्छता किट वितरण

  • डॉ. रामदास आठवले ने PMMSY व मछली पालन पर प्रकाश डाला

  • पीएम-किसान की 20वीं किस्त से 10 करोड़ किसानों को लाभ

Maharashtra / Mumbai :

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज वाराणसी से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना की 20वीं किस्त जारी की। इस योजना के अंतर्गत, देशभर के 10 करोड़ से अधिक किसानों के खातों में सीधे ₹21,000 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए गए। यह योजना फरवरी 2019 में प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई थी, जिसका उद्देश्य छोटे और सीमान्त भूमिधारक किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इसके अंतर्गत किसानों को हर वर्ष ₹6,000 की राशि तीन बराबर किस्तों में आधार-सीडेड बैंक खातों के माध्यम से डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के ज़रिए दी जाती है।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर को 'किसान महोत्सव' के रूप में संबोधित करते हुए कहा कि अब तक ₹3.75 लाख करोड़ से अधिक की राशि किसानों के खातों में सीधे भेजी जा चुकी है, और यह धनराशि बिना किसी बिचौलिये या कटौती के सीधे किसानों तक पहुंची है। उन्होंने कहा कि यह उनकी सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण है कि घोषणाएं केवल की नहीं जातीं, उन्हें पूरी ईमानदारी से पूरा भी किया जाता है।

इस कार्यक्रम में देशभर से राज्यपाल, केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री, राज्य कृषि मंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्ति वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए।

मुंबई में ICAR-CIFE द्वारा भव्य कार्यक्रम का आयोजन

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त के अवसर पर, मुंबई स्थित ICAR–सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ फिशरीज एजुकेशन (CIFE) में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री डॉ. रामदास आठवले थे। उन्होंने CIFE के मछली पालन के क्षेत्र में अनुसंधान और शिक्षा में योगदान की सराहना की।

उन्होंने कहा, "मछली पालन एक मेहनत और कौशल आधारित व्यवसाय है, और यह प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि मत्स्य क्षेत्र को और अधिक सशक्त और आधुनिक बनाया जाए।" उन्होंने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) का भी उल्लेख किया, जो मछली पालन के क्षेत्र को विशेष सहयोग देने हेतु प्रारंभ की गई है।

डॉ. आठवले ने कहा कि PM-KISAN जैसी योजनाएं डिजिटल, पारदर्शी और किसानों के आत्म-सम्मान को बढ़ाने वाली हैं। इस अवसर पर CIFE द्वारा प्रकाशित कई महत्वपूर्ण प्रकाशनों का विमोचन भी किया गया।

कार्यक्रम के दौरान ICAR द्वारा वित्त पोषित परियोजना "स्वच्छता एक्शन प्लान एवं शहरी मछली बाजारों से मछली अपशिष्ट का वाणिज्यिक उपयोग" के अंतर्गत स्वच्छता किटों का वितरण किया गया। यह पहल न केवल स्वच्छता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है, बल्कि मछुआरों के समुदाय की आजीविका और स्वास्थ्य को भी बढ़ावा देती है।

इस आयोजन में वर्सोवा, जुहू, मढ़, मणोरी आदि मछुआरा गांवों से आए 55 से अधिक मछुआरे पुरुष व महिलाएं, मत्स्य उत्पादक संगठन (FPO), मछली सहकारी संस्थाओं के सदस्य, CIFE के वैज्ञानिक, कर्मचारी और छात्र उपस्थित थे। कार्यक्रम का नेतृत्व ICAR-CIFE के कार्यकारी निदेशक डॉ. देबजित शर्मा ने किया, और वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. स्वदेश प्रकाश, डॉ. अर्पिता शर्मा, एवं डॉ. नेहा कुरैशी भी उपस्थित रहीं।