पीयूष गोयल की इजराइल यात्रा से रणनीतिक और आर्थिक साझेदारी को मिलेगी नई गति
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नेतन्याहू से मिले केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल
भारत-इजराइल FTA की दिशा में ‘टर्म्स ऑफ रेफरेंस’ पर हस्ताक्षर, आर्थिक साझेदारी को नई संरचना मिली।
250 से अधिक B2B मीटिंग्स में टेक्नोलॉजी, जल प्रबंधन, साइबर सुरक्षा और कृषि नवाचार पर भविष्य सहयोग तय हुआ।
पीयूष गोयल ने नवाचार केंद्रों और किबुत्ज़ मॉडल का दौरा कर तकनीकी और सामुदायिक विकास मॉडलों की समझ बढ़ाई।
दिल्ली / केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने इजराइल की अपनी तीन दिवसीय यात्रा (20 से 22 नवंबर 2025) समाप्त कर भारत लौटते हुए दोनों देशों के बीच रणनीतिक और आर्थिक संबंधों को और सुदृढ़ करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति दर्ज की। यह यात्रा ऐसे समय में हुई जब भारत और इज़राइल विभिन्न क्षेत्रों में तकनीकी सहयोग और व्यापार विस्तार को नए आयाम देने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। इस दौरान श्री गोयल ने इजराइल के अर्थव्यवस्था मंत्री नीर बार्कट, वित्त मंत्री बेज़लेल स्मोट्रिच और कृषि एवं खाद्य सुरक्षा मंत्री अवी डिक्टर से विस्तृत वार्ताएँ कीं। चर्चाओं का सबसे प्रमुख बिंदु भारत–इज़राइल मुक्त व्यापार समझौते (FTA) के लिए ‘टर्म्स ऑफ़ रेफरेंस’ पर हस्ताक्षर रहा, जिससे संरचित और संतुलित वार्ताओं का रास्ता साफ हो गया है।
वित्त मंत्री के साथ बैठक में भारतीय कंपनियों के लिए इज़राइल के अवसंरचना और खनन क्षेत्रों में निवेश अवसरों पर बात हुई, साथ ही भारतीय श्रमिकों के लिए नए रोजगार विकल्पों पर भी विचार-विमर्श हुआ। कृषि मंत्री के साथ चर्चा में इज़राइल की उन्नत बीज तकनीक, जल पुनर्चक्रण मॉडल और दीर्घकालिक खाद्य सुरक्षा रणनीति पर भविष्य की साझेदारी की नींव मजबूत की गई। यात्रा के दौरान आयोजित इंडिया–इज़राइल बिजनेस फोरम और सीईओ फोरम में दोनों देशों के उद्योग जगत के नेताओं ने बढ़चढ़कर भाग लिया। 250 से अधिक B2B मीटिंग्स के माध्यम से नवाचार, साइबर सुरक्षा, जल प्रबंधन, शहरी परिवहन, एग्रीटेक, फिनटेक, क्वांटम कंप्यूटिंग और फार्मा क्षेत्रों में संयुक्त सहयोग के नए अवसर खोजे गए।
श्री गोयल ने इज़राइल के प्रसिद्ध पेरिस सेंटर फॉर पीस एंड इनोवेशन, मोबाइलआई की ऑटोनोमस ड्राइविंग सुविधा तथा रामात राचेल किबुत्ज़ का दौरा कर इज़राइल की तकनीकी क्षमता और सामुदायिक कृषि मॉडल की प्रत्यक्ष समझ हासिल की। यह यात्रा भारत इजराइल साझेदारी को अगले चरण में ले जाने का संकेत देती है, जहां दोनों देश नवाचार-आधारित विकास, कृषि, साइबर सुरक्षा, रक्षा और जल प्रबंधन में व्यापक सहयोग के लिए प्रतिबद्ध हैं।