जयपुर सड़क हादसा: बेकाबू डंपर ने 10 वाहन रौंदे, 3 की मौत – राजस्थान में बढ़ते हादसों से दहशत
ताजा खबरों से अपडेट रहने के लिए हमारे Whatsapp Channel को Join करें |
Jaipur road accident update
जयपुर में बेकाबू डंपर से बड़ा सड़क हादसा.
3 की मौत, कई लोग गंभीर रूप से घायल.
पुलिस ने रास्ता डायवर्ट कर राहत कार्य तेज किया.
Jaipur / जयपुर में हुए ताज़ा सड़क हादसे ने एक बार फिर राजस्थान की सड़क सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। हरमाड़ा थाना क्षेत्र के लोहामंडी रोड पर एक बेकाबू डंपर ने अचानक नियंत्रण खो दिया और सामने चल रहे 10 वाहनों को जोरदार टक्कर मार दी। इन वाहनों में कार और बाइक दोनों शामिल थीं। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि डंपर पलट गया और कुछ लोग उसके नीचे दब गए। मौके पर अफरातफरी मच गई और लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। फिलहाल 3 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं। घायलों को तुरंत एसएमएस अस्पताल ले जाया गया, जहां कई की हालत बेहद नाज़ुक बताई जा रही है।
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए। मुख्य मार्ग को बंद कर यातायात डायवर्ट कर दिया गया, ताकि राहत और बचाव कार्य तेजी से किया जा सके। स्थानीय लोग भी मदद के लिए आगे आए और घायलों को बाहर निकालने में पुलिस का साथ दिया। लेकिन इस हादसे ने लोगों के मन में फिर वही डर बैठा दिया है—आखिर कब तक ऐसे बेकाबू वाहन सड़क पर मौत बनकर घूमते रहेंगे?
यह घटना इसलिए और चिंताजनक है क्योंकि ठीक एक दिन पहले ही, 2 नवंबर को, जोधपुर के फलोदी जिले के मतोड़ा क्षेत्र में एक भयानक सड़क हादसा हुआ था। सड़क किनारे खड़े एक ट्रक-ट्रेलर में श्रद्धालुओं से भरी टेंपो ट्रैवलर जा घुसी थी। इस हादसे में 15 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और 2 लोग गंभीर रूप से घायल हुए। सभी श्रद्धालु कोलायत से दर्शन कर वापस लौट रहे थे, लेकिन रास्ते में उनकी जिंदगी हमेशा के लिए बदल गई। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने घटना पर गहरा दुख जताया था और अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई के आदेश दिए थे। जिला कलेक्टर श्वेता चौहान के मुताबिक यह हादसा भारत माला हाईवे पर हुआ था। मृतकों के शव ओसियां के अस्पताल में रखवाए गए और घायलों को जोधपुर रेफर किया गया।
दो दिन के भीतर राजस्थान में हुए ये दोनों बड़े हादसे लोगों के मन में डर और बेचैनी पैदा कर रहे हैं। लगता है कि राज्य की सड़कों पर लगातार बढ़ती ट्रैफिक लापरवाही और भारी वाहनों की अनियंत्रित रफ्तार आम लोगों के लिए जानलेवा खतरा बनती जा रही है। ऐसी घटनाएं साफ बताती हैं कि सड़क सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाना अब केवल जरूरत नहीं, बल्कि मजबूरी बन चुका है।