उपराष्ट्रपति का कर्नाटक दौरा: श्रवणबेलगोला श्रद्धांजलि और जेएसएस दीक्षांत समारोह में संबोधन
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उपराष्ट्रपति श्रवणबेलगोला में आचार्य श्री शांति सागर महाराज की शताब्दी स्मरणोत्सव में शामिल होंगे और मूर्ति स्थापना व नामकरण समारोह में भाग लेंगे।
यात्रा में सुत्तूर मठ, चामुंडेश्वरी देवी मंदिर और मेलकोट चेलुवनारायण स्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना कर सांस्कृतिक आध्यात्मिक धरोहर को सम्मानित किया जाएगा।
जेएसएस अकादमी के दीक्षांत समारोह में उपराष्ट्रपति स्नातक छात्रों को शिक्षा, अनुसंधान और राष्ट्र निर्माण पर प्रेरक संबोधन देंगे।
Delhi/ उपराष्ट्रपति श्री सी.पी. राधाकृष्णन पदभार ग्रहण करने के बाद 9 नवंबर 2025 को अपने प्रथम आधिकारिक कर्नाटक दौरे पर जाएंगे। यह दौरा आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और शैक्षणिक महत्व का होगा। हासन के ऐतिहासिक श्रवणबेलगोला में वे परमपूज्य आचार्य श्री 108 शांति सागर महाराज जी की पावन स्मृति में आयोजित समारोह में शामिल होंगे और श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। यह आयोजन 1925 में चरित्र चक्रवर्ती आचार्य श्री शांति सागर महाराज की प्रथम यात्रा की शताब्दी वर्ष का प्रतीक है। उपराष्ट्रपति स्मरणोत्सव के अंतर्गत आचार्य श्री की मूर्ति स्थापना तथा चौथी पहाड़ी के नामकरण समारोह में भी भाग लेंगे।
इसके बाद उपराष्ट्रपति मैसूर पहुंचकर जेएसएस उच्च शिक्षा एवं अनुसंधान अकादमी के 16वें दीक्षांत समारोह में शामिल होंगे और स्नातक छात्रों को संबोधित करेंगे। वे विद्यार्थियों को राष्ट्र निर्माण, नवाचार और मूल्यों आधारित शिक्षा के महत्व पर प्रेरक संदेश देने की उम्मीद है। श्री राधाकृष्णन सुत्तूर मठ के पुराने परिसर का दौरा करेंगे तथा चामुंडेश्वरी देवी मंदिर और मांड्या स्थित मेलकोट के चेलुवनारायण स्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना भी करेंगे। यह पूरा यात्रा कार्यक्रम भारतीय आध्यात्मिक विरासत के सम्मान और युवा सशक्तिकरण को समर्पित है।