ओडिशा ब्रह्मपुर में भाजपा नेता और वकील पीताबास पांडा की गोली मारकर हत्या | शहर में तनाव, पुलिस जांच जारी
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भाजपा नेता और वकील पीताबास पांडा की ब्रह्मपुर में हत्या.
ओडिशा पुलिस ने विशेष जांच टीम बनाई.
कानूनी और राजनीतिक जगत में शोक की लहर.
Brahmpur / ओडिशा के ब्रह्मपुर शहर में सोमवार रात एक दिल दहला देने वाली वारदात ने पूरे राज्य को हिला कर रख दिया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और प्रतिष्ठित वकील पीताबास पांडा की अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। यह घटना शहर के ब्रह्मनगर इलाके में उनके घर के ठीक सामने हुई, जिससे पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई और लोगों में दहशत फैल गई।
मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार रात करीब 10 बजे, दो अज्ञात हमलावर मोटरसाइकिल पर सवार होकर ब्रह्मनगर इलाके में पहुंचे। उसी समय पीताबास पांडा अपने घर के बाहर टहलने के लिए निकले थे। जैसे ही वे मुख्य द्वार के पास पहुंचे, हमलावरों ने नजदीक से उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। गोलियों की आवाज से पूरा मोहल्ला गूंज उठा, और हमलावर अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए।
स्थानीय लोगों ने तुरंत घायल अवस्था में पीताबास पांडा को एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस घटना से पूरे ब्रह्मपुर शहर में तनाव का माहौल व्याप्त है। पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है और इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
कौन थे पीताबास पांडा?
पीताबास पांडा न केवल एक प्रसिद्ध वकील थे, बल्कि वे ओडिशा राज्य बार काउंसिल के सक्रिय सदस्य भी थे। वे कानूनी जगत में अपनी ईमानदारी और निर्भीकता के लिए जाने जाते थे। उन्होंने कई महत्वपूर्ण मामलों में वकालत की थी और समाज के वंचित तबकों के हक में आवाज उठाई थी। कुछ वर्ष पहले उन्होंने कांग्रेस पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया था। राजनीति में भी उनकी सक्रिय भूमिका थी, और वे ब्रह्मपुर शहर तथा गंजाम जिले में पूर्ववर्ती सरकारों के भ्रष्टाचार के खिलाफ खुलकर बोलते रहे थे।
उनकी हत्या से न केवल कानूनी जगत, बल्कि राजनीतिक हलकों में भी शोक और आक्रोश की लहर दौड़ गई है। भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। वहीं, अखिल ओडिशा वकील संघ के अध्यक्ष अधिवक्ता ज्ञान रंजन मोहंती ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि “यह केवल एक व्यक्ति की हत्या नहीं, बल्कि न्याय और कानून के शासन पर सीधा हमला है।” उन्होंने मुख्यमंत्री, गृह सचिव, ओडिशा के डीजीपी, दक्षिणी रेंज के डीआईजी और गंजम के एसपी से दोषियों की तुरंत गिरफ्तारी सुनिश्चित करने की मांग की।
पुलिस की कार्रवाई
घटना के बाद ब्रह्मपुर पुलिस ने इलाके को घेर लिया और कई संदिग्धों से पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि हमलावरों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज की जांच जारी है और एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है। शुरुआती जांच में यह भी आशंका जताई जा रही है कि हत्या के पीछे पुरानी रंजिश या राजनीतिक दुश्मनी हो सकती है, हालांकि अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
इस वारदात ने ओडिशा में कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक सम्मानित वकील और भाजपा नेता की खुलेआम गोली मारकर हत्या ने न केवल जनता को भयभीत किया है, बल्कि राजनीतिक माहौल को भी गर्मा दिया है। भाजपा नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो वे प्रदेशभर में आंदोलन करेंगे।
फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की तहकीकात में जुटी हुई है, जबकि ब्रह्मपुर शहर में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। पीताबास पांडा की हत्या ने ओडिशा की राजनीति और न्याय प्रणाली दोनों को झकझोर कर रख दिया है।