परिजनों के अनुसार, रेनू दो दिन पहले ही अपने मायके से लौट कर घर आई थीं। उनके बड़े बेटे की जानकारी के अनुसार, घर में केवल निखिल ही मौजूद था। घटना की सूचना सबसे पहले निखिल ने ही परिजनों को दी थी, लेकिन इसके बाद वह गायब हो गया। पुलिस को आशंका है कि बदमाशों ने निखिल को अगवा कर लिया हो, हालांकि उसके व्यवहार पर भी शक जताया जा रहा है।
घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरे ने इस मामले में नया मोड़ दे दिया। फुटेज में निखिल को घटना के बाद आराम से चलते हुए देखा गया, जो पुलिस के लिए संदिग्ध माना जा रहा है। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिससे मामले की जाँच में और दबाव बढ़ गया है। पुलिस अब निखिल के इस व्यवहार की पड़ताल कर रही है और यह देख रही है कि वह किस स्थिति में था।
एसएसपी लखनऊ ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कई विशेष टीमों का गठन किया है। पुलिस सभी पहलुओं पर गहन जांच कर रही है, जिसमें लूट की घटना को संदिग्ध माना जा रहा है। निखिल की लोकेशन ट्रेस करने और अपराधियों की पहचान करने के लिए तकनीकी सहायता भी ली जा रही है। घटनास्थल से शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है और जांच जारी है।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, और पूरे गांव में शोक का माहौल है। पुलिस ने स्थानीय लोगों और आम जनता से अपील की है कि यदि कोई सुराग मिले तो तुरंत उनके संपर्क में आएं। जांच के दौरान हर छोटे से छोटे सुराग को रिकॉर्ड किया जा रहा है और अपराधियों की पहचान के लिए सभी संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
मामले की गहनता और गंभीरता को देखते हुए, अधिकारियों का मानना है कि जल्द ही मामले का खुलासा होगा। फिलहाल पुलिस निखिल के लापता होने और घर में हुई हत्या दोनों पहलुओं की गहन पड़ताल कर रही है। आम जनता और परिजनों की उम्मीद है कि अपराधियों को जल्द ही पकड़ कर न्याय मिलेगा।
इस घटना ने न केवल बाबूखेड़ा गांव बल्कि पूरे लखनऊ में सनसनी फैला दी है और सुरक्षा के मुद्दों पर लोगों में चिंता पैदा कर दी है।