हरियाणा के स्कूलों में गीता श्लोक अनिवार्य: विद्यार्थियों को संस्कार और अध्यात्म से जोड़ने की पहल

Sat 19-Jul-2025,01:54 PM IST +05:30

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हरियाणा के स्कूलों में गीता श्लोक अनिवार्य: विद्यार्थियों को संस्कार और अध्यात्म से जोड़ने की पहल हरियाणा के स्कूलों में गीता श्लोक अनिवार्य
  • हरियाणा के स्कूलों में गीता श्लोक अनिवार्य।

  • विद्यार्थियों में नैतिक मूल्यों का विकास।

  • प्रधानमंत्री के ‘विश्व गुरु भारत’ के विज़न को बल।

Haryana / Faridabad :

Haryana / हरियाणा सरकार ने एक अहम निर्णय लेते हुए राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में सुबह की प्रार्थना के दौरान भगवद् गीता के श्लोकों का उच्चारण अनिवार्य कर दिया है। इससे पहले ऐसा ही निर्णय उत्तराखंड सरकार द्वारा लिया गया था। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने इस संबंध में आधिकारिक पत्र जारी कर स्कूलों को निर्देशित किया है कि विद्यार्थी हर दिन गीता श्लोकों का अभ्यास करें।

बोर्ड का मानना है कि इस पहल का उद्देश्य विद्यार्थियों को भारतीय संस्कृति, अध्यात्म और नैतिक मूल्यों से जोड़ना है। गीता के श्लोक केवल धार्मिक ग्रंथ नहीं बल्कि जीवन जीने की कला, सही आचरण और कर्तव्यों की सीख देते हैं। इससे युवा पीढ़ी में न केवल आत्मविकास होगा बल्कि एक संस्कारी और आदर्श नागरिक के रूप में उनका निर्माण भी होगा।

हरियाणा के एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल ने कहा कि यह कदम छात्रों को भारतीय दर्शन और संस्कृति के करीब लाएगा। उन्होंने बताया कि गीता श्लोकों में समाज में आचरण, दायित्व और गुरु के प्रति आदर का विशेष महत्व है। उदाहरण के लिए, गीता के चौथे अध्याय में स्पष्ट कहा गया है कि विद्यार्थी को सच्चा ज्ञान तभी मिलता है जब वह अपने गुरुजनों के प्रति श्रद्धाभाव रखता है और चरित्रवान होता है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी सपना है कि भारत फिर से "विश्व गुरु" बने। इस दिशा में यह कदम शिक्षा के माध्यम से आध्यात्मिक ज्ञान के प्रचार और प्रसार को बल देगा। यह निर्णय न केवल नैतिक शिक्षा को बढ़ावा देगा, बल्कि भविष्य की पीढ़ी को आत्मिक रूप से भी मजबूत बनाएगा।

इससे पहले उत्तराखंड में गीता श्लोकों को स्कूलों में लागू कर सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली थी, और अब हरियाणा भी उसी राह पर आगे बढ़ रहा है।