OSRC रजत जयंती: उपराष्ट्रपति बोले-ध्यान, शांति और हरित जीवनशैली से विकसित भारत संभव

Mon 08-Dec-2025,01:06 PM IST +05:30

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OSRC रजत जयंती: उपराष्ट्रपति बोले-ध्यान, शांति और हरित जीवनशैली से विकसित भारत संभव
  • नशा मुक्त भारत, वरिष्ठ नागरिक सेवा और सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों में संगठन के योगदान को राष्ट्र निर्माण में महत्त्वपूर्ण भूमिका के रूप में रेखांकित किया गया।

  • उपराष्ट्रपति ने ओएसआरसी के रजत जयंती समारोह में ध्यान, शांति और भारतीय आध्यात्मिक विरासत को आधुनिक जीवन की प्रमुख आवश्यकता बताया।

  • ब्रह्म कुमारी संगठन की पर्यावरणीय पहलों सौर ऊर्जा, जल संरक्षण, वृक्षारोपण और हरित जीवनशैली को मिशन लाइफ के अनुरूप सराहा गया।

Haryana / Gurgaon :

हरियाणा/ भारत के उपराष्ट्रपति श्री सी. पी. राधाकृष्णन ने 7 दिसंबर को गुरुग्राम स्थित ब्रह्म कुमारी के ओम शांति रिट्रीट सेंटर (ओएसआरसी) के रजत जयंती वर्ष समारोह का शुभारंभ किया। समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने केंद्र की 24 वर्ष की आध्यात्मिक सेवा यात्रा को महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया, जो अब 25वें वर्ष में प्रवेश कर रही है। उन्होंने कहा कि यह संगठन शांति, ध्यान और आध्यात्मिक जागरण की दिशा में विश्व स्तर पर सकारात्मक प्रभाव पैदा कर रहा है।

उपराष्ट्रपति ने अपनी बात में उल्लेख किया कि विज्ञान, चिकित्सा, प्रशासन, राजनीति और शिक्षा जैसे विभिन्न क्षेत्रों से पेशेवर ब्रह्म कुमारी के आध्यात्मिक संदेश की ओर खिंचे चले आते हैं, यह इसकी सार्वभौमिकता का प्रमाण है। उन्होंने ब्रह्म कुमारी को दुनिया के सबसे बड़े महिला-नेतृत्व वाले आध्यात्मिक संगठन के रूप में स्थापित होने के लिए भी बधाई दी।

उन्होंने भारतीय सभ्यता में ध्यान, योग, अंतःजागरण और मानसिक शांति की प्राचीन परंपरा को रेखांकित करते हुए कहा कि राजयोग और विपश्यना जैसे ज्ञान-मार्ग इस बात की पुष्टि करते हैं कि वास्तविक शक्ति भीतर से उत्पन्न होती है। उन्होंने कहा कि अमृत काल के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा परिकल्पित विकसित भारत @2047 के निर्माण में आध्यात्मिक दृढ़ता, सकारात्मकता और प्रसन्नता महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

पर्यावरण संरक्षण के प्रति ओम शांति रिट्रीट सेंटर की पहल की प्रशंसा करते हुए उन्होंने मिशन लाइफ के अनुरूप चल रही हरित गतिविधियों की भी सराहना की। केंद्र द्वारा सौर ऊर्जा संयंत्र, वर्षा जल संचयन, बायोगैस यूनिट, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, नि:शुल्क पौध वितरण और कल्प तरु परियोजना के तहत व्यापक वृक्षारोपण को उन्होंने पर्यावरणीय जिम्मेदारी का अनुकरणीय उदाहरण बताया।

उन्होंने “नशा मुक्त भारत अभियान”, वरिष्ठ नागरिक सेवा और सामाजिक कल्याण से जुड़ी पहलों में ब्रह्म कुमारी के योगदान को विशेष सराहना दी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा हाल ही में शुरू किए गए “विश्व एकता और विश्वास के लिए राजयोग ध्यान” अभियान का उल्लेख करते हुए उपराष्ट्रपति ने विश्वास व्यक्त किया कि रजत जयंती वर्ष अध्यात्मिक पहुंच को और विस्तृत करेगा तथा समाज के साथ सहयोग और साझेदारी को नई दिशा देगा।

समारोह में हरियाणा के पर्यावरण एवं वन तथा उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री श्री राव नरबीर सिंह सहित ब्रह्म कुमारी संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी भी उपस्थित रहे।